Kuwari Ladki Na Chodiye Chod Ke Kare Ghamand Shayari
कुंवारी लड़की ना चोदिये
चुद के करे घमंड,
चुदी चुदाई चोदिये,
जो लपक के लेवे लंड
Jo Lapk Ke Leve Land
Kunwari Ladki Na Chodiye,
Chud Ke Kare Ghamand,
Chudi Chudai Chodiye,
Jo Lapak Ke Lewe Land
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एक कथित मुस्लिम महिला का फोटो शेयर करके शबनम अंसारी के नाम पर एक अपमानजनक संदेश वायरल हो रहा है। यह महिला को शिकायत करते हुए दिखाती है कि मोदी-योगी सरकार मुस्लिम समुदाय के लिए काम नहीं कर रही है। उसके पांच बेटे और चार बेटियां भी हैं और वह सरकार से सब्सिडी की मांग कर रही है। फैक्ट क्रेस्केंडो ने इस दावे को सत्यापित किया और इसे झूठा पाया।
पोस्ट में क्या है?
पोस्ट में मुस्लिम महिला की फोटो है। इसमें वह एएनआई न्यूज एजेंसी से बात करती नजर आ रही हैं। पोस्ट में उनका नाम शबनम अंसारी है। "मेरे पांच में से दो बच्चे बेरोजगार हैं," उसने कहा। चार लड़कियों में से दो को अभी तक 51,000 निकाह शगुन नहीं मिली है। मैं काम नहीं कर सकती क्योंकि मैं गर्भवती हूं। योगी और मोदी सरकारों ने कुछ नहीं किया। भारत सरकार मुसलमानों के लिए सब्सिडी और वजीफा कब बढ़ाएगी? ” (मराठी अनुवाद)
मूल पोस्ट यहाँ देखें - फेसबुक
तथ्य का सत्यापन
पोस्ट में महिला की फोटो को क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला है कि पोस्ट में दावा झूठा था। महिला का नाम शबनम अंसारी नहीं है और उसने मुसलमानों के लिए सब्सिडी भी नहीं मांगी।
NDTV के अनुसार, महिला का नाम अमरीन बानो है और वह उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली है। 2017 में, उसने अपने पति को तीन बार तलाक दिया। इसलिए वह चर्चा में थी। एएनआई से बात करते हुए, वह कहती थी कि उसका पति उसे बहुत मारता था और उसके खर्चे नहीं देता था। आखिरकार, वह पिटाई से तंग आ गई और अपने पति को तलाक़-उल-तारक कहकर तलाक दे दिया।
इंडिया टुडे द्वारा 4 मई, 2017 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अमरीन बन और उनकी बहन की शादी 2012 में दो भाइयों से हुई थी। उसका पति उसके साथ मारपीट करता था। 2017 में, अमरीन की बहन को उसके भाई द्वारा तीन तलाक दिया गया था। दोनों बहनें फिर घर छोड़कर चली गईं। अमरीन भी अपने पति के उत्पीड़न से तंग आ गई और उसे तीन बार तलाक दे दिया।
इस बार, उसने कहा, उसका पति उसे भुगतान नहीं करेगा। उसे पीटना है। उसने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। "मैं मुस्लिम पुरुषों की तरह ही तीन तलाक देना चाहती हूं," उसने कहा।
मूल खबर यहां पढ़ें - इंडिया टुडे
निष्कर्ष
इससे स्पष्ट है कि इस मुस्लिम महिला का नाम शबनम अंसारी नहीं है। न ही उसने मुस्लिम समुदाय या मोदी-योगी सरकार की सब्सिडी की आलोचना की। महिला का नाम अमरीन बानो है, जो तीन बार अपने पति को तलाक देने के बाद सुर्खियों में आई थी।
शीर्षइस मुस्लिम लड़की के नाम पर गलत संदेश वायरल हुआ। उसने मुसलमानों के लिए सब्सिडी नहीं मांगी।
परिणाम: गलत
2000 के दशक की बात है, पहली जॉब लगी तब कुछ दिनों की ट्रेनिंग के लिए टाटा के हैवी व्हीकल प्लांट जमशेदपुर जाना हुआ था। तब जमशेदपुर बिहार में आता था। हम 10 लोग रात को करीब 9 बजे रेलवे स्टेशन से बाहर आये। 8-10 km दूर एक होस्टल में जाना था। हमने एक 12 सीटर गाड़ी ढूंढी । पास में एक आदमी चाय पी रहा था, उसने हमको बोला कि तुम लोग नए लगते हो ,ड्राइवर का लायसन्स देख लेना इधर पूरी गाड़ी ही अगवा हो जाती है।
उस समय तो हम डर गए थे क्योंकि जंगल राज का नाम बदनाम था। थोड़े दिन रहे तो लोगों से बात करके पता चला कि जमशेदपुर तो इंडस्ट्रियल एरिया है इसलिए शांत है, पर बाकी बिहार में वाकई अपहरण का धंधा जोरों पर है। नई कार,नया घर लो तो रंगदारी की चिट्ठी आ जाती है,नही दो तो अपहरण कर लेते थे।
भारत मे bimaru राज्यों की चर्चा रहती है( बिहार, mp, राजस्थान, up) ये वाकई बीमारू ही थे। 2003 में mp और बिहार में एक ही अंतर था कि mp में अपराध कम थे। विकास दोनों ही जगह नही था। बिहार मैं सिर्फ एक बार गया हूँ, पर mp का विकास मैंने अपनी आंखों से देखा है। ये अपने आप होने वाला विकास नही था बल्कि bjp सरकार ने मेहनत करके किया था। सड़क,बिजली,पानी की स्थिति बहुत सुधरी है।
पर एक चीज़ होती है जिसको " जनरेशनल चेंज" बोलते हैं, आज जो अधिकतर वोटर है उसने बिहार का जंगल राज या mp का दिग्विजय सिंह राज देखा ही नही इसलिए इनको फर्क नही पड़ता।
हो सकता है तेजस्वी यादव CM बन जाएं, UP में भी लोगों ने 2012 में अखिलेश यादव पर ऐसे ही भरोसा दिखाया था,5 साल में क्या हुआ सबने देखा।
उम्मीद है एक दसवीं फैल यादव एक लंदन में पढ़े लिखे यादव से बेहतर काम करके बिहार को आगे ले जाएगा।
"बस ये न बोल दें कि दस लाख में नौकरी का बोला था।"