कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी थी | कुमार विश्वास कविता लिरिक्स

 कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी थी

मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !

कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!

यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !

जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!

 कोई दीवाना कहता है कुमार विश्वास कविता

Mohabbat Ek Ahasaason Kee Paavan See Kahaanee Hai ! 

Kabhee Kabira Deevaana Tha Kabhee Meera Deevaanee Hai !! 

Yahaan Sab Log Kahate Hain, Meree Aankhon Mein Aansoo Hain ! 

Jo Too Samajhe to Motee Hai, Jo Na Samajhe to Paanee Hai !!